THE SINGLE BEST STRATEGY TO USE FOR SHIV CHALISA IN HINDI LYRICS

The Single Best Strategy To Use For shiv chalisa in hindi lyrics

The Single Best Strategy To Use For shiv chalisa in hindi lyrics

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शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है.

अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि। बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।

त्रिपुरासुरेण सह युद्धं प्रारब्धम् ।

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहि बन्दि महा सुख होई।।

अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव check here शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

बुधवार – आप दीर्घायु तथा सदैव निरोगी रहते हैं.

धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥

आपके पास पूजा के लिए दूध दही घी शक्कर शहद यानि पंचामृत तथा चंदन पुष्प बेलपत्र त्रिशूल डमरू आदि होने चाहिए अगर आपका व्रत है तो शाम को पूजा करने के बाद ही व्रत खोलें अंत में प्रसाद वितरण करें

जय जय जय हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

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